UPI Payment PIN Password: ऑनलाइन फ्रॉड की घटनाओं से आम जनता परेशान है। साथ ही RBI और NPCI भी इस समस्या से परेशान है। ऐसे में ऑनलाइन पेमेंट को सुरक्षित बनाने के मकसद से UPI पिन पासवर्ड की जगह फेस स्कैन और फिंगरप्रिंट स्कैन पेमेंट सिस्टम लाया जा रहा है।
फेस स्कैन और फिंगरप्रिंट से होगा पेमेंट 👇
दरअसल, NPCI कुछ स्टार्टअप्स के साथ बातचीत कर रही है ताकि पिन पासवर्ड के स्थान पर बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन को UPI आधारित ऑनलाइन भुगतान में लागू किया जा सके। पिछले हफ्ते, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी बैंकों को ओटीपी और कार्ड से लेनदेन के लिए नए विकल्पों की खोज करने पर जोर दिया है। आजकल, कार्ड से भुगतान करने के लिए मोबाइल ओटीपी की आवश्यकता होती है, और यूपीआई भुगतान के लिए पिन पासवर्ड जरूरी होते हैं। लेकिन नए बदलाव के साथ, उपयोगकर्ता फिंगरप्रिंट या फेस स्कैन के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान कर सकेंगे। आपको पता होगा कि आईफोन डिवाइस को अनलॉक करने के लिए फेस स्कैन करना होता है, इसी तरह से ऑनलाइन भुगतान किया जा सकेगा।
ऑनलाइन फ्रॉड से आरबीआई सख्त 👇
रिजर्व बैंक के अनुसार, पिन पासवर्ड के कारण कई ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। इस स्थिति से रिजर्व बैंक ऑनलाइन भुगतान के प्रति चिंतित है। इसलिए, RBI ने बैंकों को अन्य उपाय खोजने के लिए कहा है। पिन आधारित मोबाइल भुगतान को तीन साल से अधिक समय हो चुका है। रिपोर्टों के अनुसार, अगले तीन महीनों में NPCI द्वारा बायोमेट्रिक आधारित यूपीआई भुगतान की शुरुआत की जा सकती है, जिसके लिए एनपीसीआई ने तैयारी शुरू कर दी है।
पिन पासवर्ड की दिक्कत क्या है? 👇
पिन पासवर्ड एक सिक्योर ऑप्शन है, लेकिन इसकी दिक्कत यह है कि अगर किसी को एक बार आपका पिन पासवर्ड मालूम चल गया, तो वो उसकी मदद से आपके फोन से पैसे ट्रांसफर कर सकता है, जबकि फेस स्कैन और बायोमेट्रिक में ऐसा नहीं होने वाला है। यही वजह है कि NPCI और आरबीआई को ओर से टू फैक्टर अथेंटिकेशन के लिए बायोमेट्रिक के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है।